कपूर खानदान बॉलीवुड का एक ऐसा परिवार है जिसमे भारत के सिनेमा को सारे मशहूर अभिनेता और अदाकार दिए हैं। कपूर परिवार की गिनती हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े परिवारों होती है। इस परिवार के सदस्य ना केवल भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बना चुके हैं। बल्कि इनके योगदान के कारण बॉलीवुड को एक नई दिशा मिली है। कपूर खानदान के ज्यादातर सदस्य प्रमुख फिल्मी भूमिकाओं में नजर आते हैं। लेकिन एक ऐसा सितारा भी था। जिसे कभी मुख्य भूमिका में काम करने का मौका नहीं मिला और यह सितारा कपूर परिवार के गुमनाम चेहरों में से एक बना रहा।
इस सितारे का नाम है राजीव कपूर जो बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राज कपूर के छोटे बेटे थे। राजीव कपूर को कपूर खानदान के बड़े नामों के बीच कभी भी वह पहचान नहीं मिली जिसकी वह उम्मीद करते थे।
नई दिल्ली :
कपूर खानदान ने फिल्म इंडस्ट्री का एक प्रमुख को कई बड़े सितारे दिए हैं। महान पृथ्वीराज कपूर से शुरू होकर बॉलीवुड के सबसे मशहूर परिवार ने राज कपूर, शशि कपूर, शम्मी कपूर, करीना कपूर, करिश्मा कपूर जैसे बड़े सितारे दिए. सभी सितारों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार परफॉर्मेंस करने वाली कुछ बड़ी फिल्में दी हैं।
करीना कपूर और उनकी बहन करिश्मा कपूर ने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई। करीना कपूर जिनकी अभिनय क्षमता और फैशन सेंस ने उन्हें सबसे बड़े सितारों में से एक बना दिया आज भी दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। करिश्मा कपूर भी 90 के दशक की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती हैं।
रविंद्र कपूर को कभी नहीं मिला लीड रोल :
ये कहानी है अभिनेता रविंद्र कपूर की, जो पृथ्वीराज कपूर के कजिन थे और जिनका फिल्मी करियर कभी सफल नहीं हो पाया। रविंद्र कमल कपूर के भाई थे और फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने बहुत जल्दी कदम रख दिया था लेकिन फिर भी वो कभी बड़े स्टार नहीं बन पाए। उनके बारे में शायद ही बहुत लोग जानते हों, क्योंकि उनके अभिनय की कभी वो पहचान नहीं बन पाई, जिसकी उम्मीद की जा रही थी।
कौन है कपूर परिवार का ये स्टार जिसे नहीं मिली सक्सेस ?
यहां हम एक्टर पृथ्वीराज कपूर के चचेरे भाई रवींद्र कपूर की बात कर रहे हैं. वे जाने-माने स्टार कमल कपूर के भाई थे कपूर परिवार के दूसरे सदस्यों की तरह रवींद्र कपूर ने भी फिल्मों में एंट्री ली हालांकि वे सफलता की सबसे बड़ी ऊंचाइयों को नहीं छू सके. उन्होंने फिल्मों में ज्यादातर साइड कैरेक्टर और एक्स्ट्रा वाले रोल निभाए हालांकि वे कई फिल्मों का हिस्सा रहे हैं लेकिन उन्हें निभाने के लिए इंप्रेसिव किरदार नहीं मिले उनकी सबसे मशहूर फिल्मों में से एक है कारवां।
‘कारवां’ में किया था फेमस रोल :
रविंद्र कपूर ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड से की थी। लेकिन वो कभी भी वह बड़ा मौका नहीं पा सके जो उनके परिवार के दूसरे सदस्य पा चुके थे। उन्होंने कई फिल्मों में सपोर्टिंग रोल्स निभाए, लेकिन कभी भी उन्हें किसी बड़ी फिल्म में मुख्य भूमिका नहीं मिली। उनके सबसे फेमस रोल में से एक ‘कारवां’ फिल्म में था, जिसमें उन्होंने जितेंद्र के दोस्त का किरदार निभाया था। ये फिल्म भी उनकी अलग पहचान बना नहीं पाई थी।
इस फिल्म में उन्होंने जीतेंद्र के दोस्त का किरदार निभाया था। बॉलीवुड में उन्हें ज्यादा सक्सेस नहीं मिली तो रवींद्र कपूर पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में चले गए उन्होंने सक्सेस का स्वाद चखा और चंबे दी कली जैसी फिल्मों का हिस्सा बने लेकिन बॉलीवुड से उनका नाता बरकरार रहा।
‘कारवां’ में निभाया था यादगार किरदार :
रविंद्र कपूर को कभी अपने फ़िल्मी सफर में कोई बड़ा मौका नहीं मिल पाया जैसे कपूर परिवार के दूसरे सदस्यों को मिला। कई फिल्मों में उन्होंने साइड रोल्स किए लेकिन कभी कोई लीड रोल नहीं कर सके। आपको बता दें की उन्होंने सबसे यादार और फेमस रोल फिल्म ‘कारवां’ में किया था। इस फिल्म में उन्होंने जीतेन्द्र के दोस्त के किरदार निभाया था। मगर बाकी फिल्मों की तरह उनकी यह फिल्म भी उनको पहचान नहीं दिला पाई।
उन्होंने साल 1988 में आई आमिर खान और जूही चावला अभिनीत फिल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ में भी काम किया था। इसके अलावा ‘हम किसी से कम नहीं’, ‘जो जीता वही सिकंदर’ जैसी फिल्मों में भी काम किया मगर उन्हें कुछ ख़ास सराहना नहीं मिली
रविंद्र कपूर का फिल्मी सफर :
ये भी कहा जाता है कि राज कपूर, जो खुद बॉलीवुड के दिग्गज थे उन्होंने कभी अपने भतीजे रविंद्र कपूर को अपनी फिल्मों में कास्ट नहीं किया। जबकि उनके भाई कमल कपूर को राज कपूर की फिल्मों में जगह मिली थी। राज कपूर की फिल्मों में काम करना किसी भी अभिनेता के लिए गर्व की बात होती, लेकिन रविंद्र कपूर कभी भी इस सम्मान से वंचित रहे।
रविंद्र कपूर का फिल्मी सफर ‘कयामत से कयामत तक ‘हम किसी से कम नहीं’ ‘जो जीता वही सिकंदर’ जैसी फिल्मों तक पहुंचा, लेकिन यहां भी उनका रोल उतना प्रभावी नहीं था। उन्होंने ‘मनजि्ल मनजिल’, ‘द बर्निंग ट्रेन’ जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया, लेकिन इन फिल्मों में भी उनका योगदान सीमित ही रहा।
2011 में रविंद्र कपूर का निधन :
ऐसा कहा जाता है कि रवींद्र कपूर को उनके भतीजे राज कपूर की फिल्मों में कभी कास्ट नहीं किया गया जबकि उनके भाई कमल कपूर को कास्ट किया गया था. राज कपूर बॉलीवुड के इतिहास की कुछ सबसे बड़ी फिल्मों के पीछे के शख्स हैं जिनमें मेरा नाम जोकर, राम तेरी गंगा मैली जैसी फिल्में शामिल हैं. रवींद्र कपूर की आखिरी फिल्म बेनाम बादशाह थी. उनका निधन 70 साल की उम्र में साल 2011 में हुआ था।