आमिर खान के चचेरे भाई मंसूर खान ने ही उनकी डेब्यू फिल्म डायरेक्ट की थी। मंसूर खान ने बताया कि 1988 में ही आमिर खान का करियर खत्म हो सकता था। मंसूर खान ने इसकी वजह खुद बताई है।
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डायरेक्टर का खुलासा :
इसी दौरान, एक बड़े डायरेक्टर ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया कि अगर एक खास फिल्म और एक खास मौके ने आमिर खान का साथ नहीं दिया होता, तो उनका करियर पूरी तरह से बर्बाद हो सकता था। यह फिल्म थी “दिल” जो 1990 में रिलीज हुई और जिसने आमिर खान की किस्मत बदल दी।
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1988 का संकट :
1988 में आमिर खान की फिल्में लगातार असफल हो रही थीं। उनकी फिल्में दर्शकों को खास पसंद नहीं आ रही थीं, और उनकी अभिनय क्षमता को लेकर भी कई सवाल उठने लगे थे। उनकी फिल्म “बयान” के बाद दर्शकों की उम्मीदें बहुत बढ़ चुकी थीं, लेकिन फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरी तरह से नकारा गया। यही वह वक्त था जब आमिर खान का करियर लगभग खत्म होने के कगार पर था।
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आमिर खान का डेब्यू फिल्म से ही खत्म हो जाता करियर?
खान ने 1988 में फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ के जरिए बॉलीवुड में बतौर हीरो अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म को आमिर खान के चचेरे भाई मंसूर ने डायरेक्ट किया था। मंसूर ने हाल ही में इंडिया नाउ एंड हाउ यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘मैंने एक कहानी लिखना शुरू किया जो अंततः जो जीता वही सिकंदर बन गई डैडी (नासिर हुसैन) आमिर को लॉन्च करने के लिए कयामत लिख रहे थे। हमने 1986 में शुरुआत की थी और फिल्म 1988 में रिलीज़ हुई थी, मैं एक धीमा फिल्म निर्माता हूं।
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सफलता का दबाव और करियर की असफलता :
फिल्म की सफलता के बावजूद आमिर खान के लिए आगे का रास्ता आसान नहीं था। आमिर खान का करियर डेब्यू फिल्म के बाद थोड़े समय तक बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा। 1988 के बाद उनके पास कुछ ऐसी फिल्में आईं जो बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई और उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। खासकर 1988 के बाद उनका करियर एक अंधेरे दौर से गुजर रहा था जहां वह लगातार असफलताओं का सामना कर रहे थे।
कुछ फिल्मों ने उनके करियर को नुकसान पहुँचाया जिनमें उनके अभिनय की विशेषताएँ या फिल्म की कहानी दर्शकों को आकर्षित नहीं कर पाई। यह वो समय था जब आमिर खान के करियर को लेकर तरह-तरह की अफवाहें उड़ने लगीं। कई लोग यह कहने लगे थे कि उनका करियर यहां तक ही था और वह एक फ्लॉप अभिनेता साबित होने वाले थे।
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आमिर खान की असल मुश्किल उस समय खत्म हुई जब 1990 में “दिल” फिल्म रिलीज हुई। “दिल” एक रोमांटिक ड्रामा थी, जो उस समय के दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय हुई। इस फिल्म में आमिर खान का अभिनय, उनकी मासूमियत दर्शकों को बहुत भाती।
यह फिल्म उनकी छवि को एक ऐसे अभिनेता के रूप में स्थापित कर गई, जो सिर्फ रोमांटिक हीरो ही नहीं, बल्कि एक संजीदा और मेहनती अभिनेता भी था। इस फिल्म के बाद आमिर खान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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आमिर खान का बॉलीवुड में कदम रखना एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुआ, क्योंकि वह अपनी पहली फिल्म से ही सिनेमा प्रेमियों के दिलों में बस गए। आइए जानते हैं कि इनकी पहली फिल्म कौन सी थी और कैसे वह अपनी डेब्यू फिल्म से ही हिट हो गए थे।