Friday, December 20, 2024
Homeबॉलीवुड न्यूज़1988 में ही तबाह हो जाता आमिर खान का करियर' कैसे बची...

1988 में ही तबाह हो जाता आमिर खान का करियर’ कैसे बची लाज आइए जाने।

आमिर खान के चचेरे भाई मंसूर खान ने ही उनकी डेब्यू फिल्म डायरेक्ट की थी। मंसूर खान ने बताया कि 1988 में ही आमिर खान का करियर खत्म हो सकता था। मंसूर खान ने इसकी वजह खुद बताई है।

Read Also : काजोल ने किया शाहरुख खान की बहन बनने से इनकार आइए जाने।

आमिर खान, जो आज बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक हैं उनके करियर में एक वक्त ऐसा भी आया था जब उनका करियर पूरी तरह से डूबने की कगार पर था। 1988 में आमिर खान के करियर पर एक बहुत बड़ा संकट आ गया था और अगर यह समय उनका साथ नहीं देता तो शायद आज वह इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते। दरअसल, यह उस दौर की बात है जब आमिर खान अपनी फिल्म “बयान” को लेकर काफी परेशानी में थे और उनके करियर के लिए यह एक अहम मोड़ साबित होने वाला था।

डायरेक्टर का खुलासा :

इसी दौरान, एक बड़े डायरेक्टर ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया कि अगर एक खास फिल्म और एक खास मौके ने आमिर खान का साथ नहीं दिया होता, तो उनका करियर पूरी तरह से बर्बाद हो सकता था। यह फिल्म थी “दिल” जो 1990 में रिलीज हुई और जिसने आमिर खान की किस्मत बदल दी।

Read Also : अक्षय कुमार के नक्श-ए-कदम पर चले ये एक्टर्स और दे डाली 5 ब्लॉकबस्टर

डायरेक्टर ने बताया कि आमिर खान के साथ फिल्म के पहले और दूसरे शेड्यूल में बहुत सारी समस्याएं आ रही थीं। फिल्म की शूटिंग के दौरान कुछ तकनीकी समस्याओं के साथ-साथ आमिर खान की निजी जिंदगी में भी उतार-चढ़ाव चल रहे थे। इसके बावजूद, डायरेक्टर ने आमिर को समझाया और भरोसा जताया कि अगर वह पूरी मेहनत और ईमानदारी से इस फिल्म पर ध्यान दें, तो यह फिल्म उनके करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है।

1988 का संकट :

1988 में आमिर खान की फिल्में लगातार असफल हो रही थीं। उनकी फिल्में दर्शकों को खास पसंद नहीं आ रही थीं, और उनकी अभिनय क्षमता को लेकर भी कई सवाल उठने लगे थे। उनकी फिल्म “बयान” के बाद दर्शकों की उम्मीदें बहुत बढ़ चुकी थीं, लेकिन फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरी तरह से नकारा गया। यही वह वक्त था जब आमिर खान का करियर लगभग खत्म होने के कगार पर था।

Read Also : मंजोलिका और हिना खान की लाइव बॉलीवुड न्यूज की पूरी जानकारी।

आमिर खान के बारे में कई अफवाहें भी फैलने लगी थीं। यह कहा जाने लगा था कि उनका करियर अब बिल्कुल खत्म हो गया है। फिल्म इंडस्ट्री के अंदर यह चर्चा थी कि उनका नाम अब केवल अतीत की बातों में ही सुनाई देगा, और वह कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे।

आमिर खान का डेब्यू फिल्म से ही खत्म हो जाता करियर?

खान ने 1988 में फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ के जरिए बॉलीवुड में बतौर हीरो अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म को आमिर खान के चचेरे भाई मंसूर ने डायरेक्ट किया था। मंसूर ने हाल ही में इंडिया नाउ एंड हाउ यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘मैंने एक कहानी लिखना शुरू किया जो अंततः जो जीता वही सिकंदर बन गई डैडी (नासिर हुसैन) आमिर को लॉन्च करने के लिए कयामत लिख रहे थे। हमने 1986 में शुरुआत की थी और फिल्म 1988 में रिलीज़ हुई थी, मैं एक धीमा फिल्म निर्माता हूं।

Read Also : दिलजीत दोसांझ का लाइव कंसर्ट कल होगा लखनऊ में.

लेकिन बात यह है कि जो जीता के लिए मेरे मन में भी आमिर थे जो उस समय 19-20 वर्ष का रहा होगा। शुक्र है मैंने वह फिल्म नहीं बनाई। अगर वो फिल्म बनती तो मैं आमिर का करियर बर्बाद कर देता। मंसूर ने कहा कि ‘चूंकि वह जो जीता की स्क्रिप्ट से खुश नहीं थे, इसलिए उनके पिता ने पूछा कि क्या वह ‘कयामत से कयामत तक’ का निर्देशन करना चाहेंगे।
मैंने उनसे पूछा ‘यह फिल्म किस बारे में है? और उन्होंने कहा, ‘यह एक प्रेम कहानी है। मैंने कहा, ‘लेकिन हर हिंदी फिल्म एक प्रेम कहानी है’ मंसूर ने कहा। मंसूर ने कहा कि वह फिल्म से खुश नहीं थे और आज भी नाराज हैं।

सफलता का दबाव और करियर की असफलता :

फिल्म की सफलता के बावजूद आमिर खान के लिए आगे का रास्ता आसान नहीं था। आमिर खान का करियर डेब्यू फिल्म के बाद थोड़े समय तक बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा। 1988 के बाद उनके पास कुछ ऐसी फिल्में आईं जो बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई और उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। खासकर 1988 के बाद उनका करियर एक अंधेरे दौर से गुजर रहा था जहां वह लगातार असफलताओं का सामना कर रहे थे।

कुछ फिल्मों ने उनके करियर को नुकसान पहुँचाया जिनमें उनके अभिनय की विशेषताएँ या फिल्म की कहानी दर्शकों को आकर्षित नहीं कर पाई। यह वो समय था जब आमिर खान के करियर को लेकर तरह-तरह की अफवाहें उड़ने लगीं। कई लोग यह कहने लगे थे कि उनका करियर यहां तक ही था और वह एक फ्लॉप अभिनेता साबित होने वाले थे।

Read Also : गौतम अडानी पर 265 मिलियन डॉलर की रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया है।

1990 का मोड़: “दिल” और फिर वो बदलाव :

आमिर खान की असल मुश्किल उस समय खत्म हुई जब 1990 में “दिल” फिल्म रिलीज हुई। “दिल” एक रोमांटिक ड्रामा थी, जो उस समय के दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय हुई। इस फिल्म में आमिर खान का अभिनय, उनकी मासूमियत दर्शकों को बहुत भाती।

यह फिल्म उनकी छवि को एक ऐसे अभिनेता के रूप में स्थापित कर गई, जो सिर्फ रोमांटिक हीरो ही नहीं, बल्कि एक संजीदा और मेहनती अभिनेता भी था। इस फिल्म के बाद आमिर खान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

Read Also : अभिषेक बच्चन ने कपड़ों को लेकर किया मजाक अमिताभ बच्चन का मजेदार रिएक्शन

आमिर खान पहली ही फिल्म से हिट हो गए थे

आमिर खान का बॉलीवुड में कदम रखना एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुआ, क्योंकि वह अपनी पहली फिल्म से ही सिनेमा प्रेमियों के दिलों में बस गए। आइए जानते हैं कि इनकी पहली फिल्म कौन सी थी और कैसे वह अपनी डेब्यू फिल्म से ही हिट हो गए थे।

Read Also : ऐश्वर्या राय की फ्लॉप फिल्म के बारे में आइए जाने ।

बता दें कि आमिर खान ने अपनी पहली ही फिल्म से बॉक्स ऑफिस पर गर्दा उड़ा दिया था। इनकी फिल्म कयामत से कयामत तक 1 करोड़ रुपयों के बजट से बनी थी। ये फिल्म रिलीज होते ही हिट रही थी। फिल्म ने 5 करोड़ रुपयों से ज्यादा का कलेक्शन किया था।

Read Also : महाराष्ट्र में पहुंचे एलेक्शंस के लिए अमिताभ बच्चन और सलमान खान आइए जानें। मुंबई में कहां वोट करेंगे आपके सेलिब्रिटी.

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments